Tuesday 24 November 2020

राहुल मैं बेवफा नहीं हूँ, माही और राहुल के प्यार की कहानी, बेस्ट ब्रेकप सैड स्टोरी, best break up sad love story


 राहुल मैं बेवफा नहीं हूँ, माही और राहुल के प्यार की कहानी, बेस्ट ब्रेकप सैड स्टोरी, best break up sad love story



कहानी माही व राहुल की, 

ये कहानी है माही व राहुल की मुझे यकीन है कि आप लोग इसे पढ़ कर जरूर रो देंगे


आज बहुत दिनों बाद इतना अच्छा मौसम हुआ था, ये नवम्बर का महीना था, घड़ी में 8 बज रहे थे , घर में कोई नहीं था शिवाय माही के, माही का मन भी न जाने क्यों बहुत बेचैन सा हो रहा था, इसलिए माही भी छत पर आ गयी, हवाओं का झोका एका एक आता और माही को सिहलाते हुए उसके बालों को उड़ा जाता, कुछ बाल माही के चेहरे पर भी आ जाते थे, पर शायद माही का मन कहीं और ही था, उसकी आखें भर आई थी, आज उसे हर वो पल याद आ रहे थे जो राहुल के साथ गुजारे थे, हर वो बात याद आ रही थी जो राहुल से अंतिम बार कही थी, कुछ ज्यादा दिनों की बात नहीं है बस अभी चार दिन हुए थे राहुल से ब्रेकप हुए, 

राहुल का इस दुनिया में माही के अलावा और कोई नहीं है वह खुद ही कमाता है और खुद के ही खर्चे से पढ़ता है ,माही के भी पापा नहीं हैं सिर्फ माँ हैं, दोनों एक ही कालेज में पढ़ते है, दोनों पढ़ने में अच्छे हैं इसलिए दोनों में बातें मुलाक़ातें होती हैं, बाकी राहुल को लड़की ताकना, उन्हें छेड़ना बिल्कुल पसंद नहीं है उस समय कालेज में किसी विषय पर प्रोजेक्ट तैयार करना था, लेकिन आज जल्दी छुट्टी हो जाने के कारण तैयार नहीं किया जा सका, इसलिए माही राहुल के पास आकर कहती है- राहुल तुम प्रोजेक्ट कैसे तैयार करोगे, 

राहुल- सर से कुछ हद तक पूंछ लिया है बाकी अपने मन से तैयार कर लूंगा, 

माही- मेरा भी तैयार कराओगे, 

राहुल- हां, मगर मुझे घर जाना है अगर तुम मेरे घर चलो तो...... 

माही- हां हां ठीक है, 

माही राहुल को पसंद करती थी, और आज उसे मौका भी मिल गया, वह अपनी मम्मी के पास फोन कर के बता देती है कि वह आज देर से घर आएगी, 

दोनों राहुल के घर जाते हैं ,राहुल का घर शहर से हट कर एक छोटी सी नदी थी उसी के बगल था, राहुल घर में माही के खाने के लिए कुछ बनाने लगता है और माही बस उसे निहारती रहती है एक बार दोनों की नजरें एक दूसरे पर टिकी रह जाती है,माही शरमा कर पास रखी किताबों में कुछ ढूँढने सी लग जाती है, तभी अचानक माही का ध्यान एक किताब के बीच में जाता है वह देखती ही रह जाती है, राहुल की किताब में उसकी फोटो थी, माही भी समझ जाती है कि राहुल भी उसे पसंद करता है, दोनों पास में बहती नदी के किनारे बैठ कर प्रोजेक्ट तैयार करते हैं, अब माही आए दिन किसी न किसी बहाने से राहुल के घर जाती रहती दोनों बैठ कर देर रात तक बातें करते, बात दोस्ती से आगे बढ़ चुकी थी, एक दिन माही ने अपने प्यार का इज़हार राहुल से कर ही दिया, राहुल भी माही को चाहता था, इसलिए उसने भी हां कर दी, अब दोनों कालेज से छूटने के बाद उसी नदी के किनारे आकर बैठते, राहुल माही के लिए कुछ न कुछ खाने के लिए बना लाता, दोनों एक दूसरे को खिलाते, ऐसे ही 6 महीने बीत गये, क्लास की ही किसी लड़की ने उन दोनों के प्यार के बारे में माही की मम्मी को बता दिया, माही की मम्मी ने माही को राहुल से दूर रहने को कहा, न मानने पर अपनी जान देने की बात कही, माही डर गयी, उसे कुछ समझ नहीं आ रहा था, वह गुस्से में जाती है और राहुल के पास पहुंच कर कहती है - राहुल मै तुमसे आज साफ साफ बात करना चाहती हूँ, तुम जानते हो कि तुम गरीब हो और मै अमीर हूँ मेरी माँ कभी भी इस रिश्ते को नहीं मानेंगी, इस लिए हमारा अलग हो जाना ही अच्छा है, 

आज से तुम मुझे फोन मैसेज कुछ भी नहीं करना, यह कह कर माही चली जाती है राहुल कुछ नहीं कहता वह बस सुनता है, माही के चले जाने के बाद वह बैठ जाता है वह रोना भी चाहता है लेकिन रो नहीं पाता, क्योंकि आज उसके आंसुओं को पोछने वाला कोई नहीं है, पर उसकी आँखे भर आ आती है, वह पूरी रात बस नदी के किनारे बैठा रहता है, माही के साथ गुजारे हसीं लम्हों को याद करता है, इधर माही घर आकर अपने आप को कमरे में बन्द कर दरवाजे के पीछे बैठ कर बहुत रोती है, वह राहुल की कही हुई हर इक बात को याद करके बस रोती जाती है, क्योंकि जो घटना आज हुई है उसे राहुल ने बहुत पहले ही माही को कहा था तब माही ने राहुल से वादा किया था कि वह अपनी माँ को मना लेगी, वह उसे कभी भी धोखा नहीं देगी, क्योंकि माही जानती है कि राहुल उसे कितना प्यार करता है वह उसके बिना रह नहीं सकता लेकिन मां को कौन समझाए कि राहुल के बिना माही भी नहीं जी सकती, 


यही सब बातें सोंच के माही आज फिर रो रही थी जैसे जैसे हवाएँ तेज हो रही थी, रात और गहरी हो रही थी माही भी राहुल की याद में डूबती जा रही थी, 4 घंटे हो गये थे माही को छत पर आए हुए, हवाएँ तेज हो गई थी आसमान में काले बादल आ गये थे तभी माही के कंधे पर किसी ने हाथ रखा, माही ने पलट कर देखा तो उसकी माँ थी, वह मम्मी के गले लग कर रोने लग जाती है तथा कहती है- मम्मी मैं राहुल के बगैर नहीं जी पाऊंगी, वह भी मेरे बगैर नहीं रह पाएगा, 

माँ- मै जान चुकी हूँ, तुम जाओ राहुल के पास उससे माफ़ी मांग कर उसे कल मुझसे मिलने के लिए कहो, 

माही - आइ लव यू माम, 

माही दौड़ती हुई नीचे आती है कार ले कर राहुल के पास जाती है तभी बारिश होने लगती है, राहुल नदी के किनारे बारिश में भीगते हुए बैठा है, माही कार से उतर कर- राहुल आई लव यू, आई लव यू राहुल, आई लव यू, यह कह कर माही रोते हुए बारिश में भीगते हुए राहुल के गले लग जाती है दोनों बिना कुछ बोले बहुत देर तक बस रोते ही रहते हैं,


तो दोस्तों कैसे लगी मेरी आज की कहानी, मुझे कमेंट क


रके जरूर बताएं, 

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